~~ उसके सांस लेते पाँव
एक लड़ी की घुंघरू की पायल उसके गन्दुमि(गेहूँ रंग की ) पाँव से यूँ झूल रही थी जैसे
गेहूँ की बाली के पोरों से सिहर के टूटते बारिश के मोती...
उसका एक पैर कासनी रंग की साड़ी से मनमानी कर बाहर निकल आया था,
जैसे पाँव की उंगलियों साँस लेना चाहती हों
जैसे मकई की बाली के दाने कमसिनी के ज़ोर से फूट पड़े,
जैसे रोशनी चराग़ की लौ से एक घुँगराली सी चिंगारी चुरा कर दूर छिटक जाए!
वोह क़द्र ए हसरत से पाँव देखता रहा, फिर पायल और फिर उसकी उंगलियों मे ही कहीं खो गया!
शायद वो गहरी गुलाबी नैल्पोलिश जो मध्धम होने पर भी उंगलियों पर दहक रही थी , निगाहों से चखता गया,
मासूमियत का ज़ायका, कमसिनी के किवाम में,
वो गहरी साँस भर के सिर झुका गया, आँखो मे सजदे थे, दुआ थी,
और हसरतों का तवाफ़ था,
अनमनी सी ख्वाइश हुई मेहन्दी लगे सुर्ख पाँव का ज़ायका क्या होगा ?
उतने ही सजदे होंगे या नियत टूट जाएगी,??
मुहब्बत मे पाकीज़गी का क़ायल वो,
अपने सिर पे तलवार और आँखो मे क़यामत लिए ,
नज़र से सींच रहा था अपनी एक तरफ़ा मुहब्बत को!
उसने नींद मे ही पहलू बदला था शायद , और बिजली सी क़ौन्द गई थी,
नज़र हिचकिचा के बेसाखता पिन्ड्लियो पर पहुँची ... ठहर गई
जैसे गर्दिश ए लम्हत, माह ओ साल रुक जाए, क़यामत चौखट पे खड़ी हो और आगे बढ़ने को इजाज़त माँगे...
साफ शफ्फाफ पिन्ड्लिया, जैसे चाँद तराश रहा हो कोई संगतराश ,
और चाँदनी उसके लबों पे थी..
हर घूँट आब ए हयात थी...
तसव्वुर ए इश्क़ मे आब ए हयात...
अचानक जैसे किसी ने उसे पुकार लिया और पाँव के घुंघरू बज उठे ...
और यूँ लगा उसने दिल पे पाँव रखा हो...
उस गायबाना लम्स को पी गया वो अपने जिल्द के पोरो से ...
जैसे बरसो से खामोश खंडहर मे कोई शोर पी जाए
शोर पी के कोई सन्नाटा कब सैराब हुआ है?
मुस्कुराहट के कुम्कुमे, ओर महबूब की सरगोशियों मे साँस लेने की आरज़ू ..
ये ही चन्द ख्वाइशें जिसे वो जमा करता तो "घर" बना लेता!
कोई ऐसा भी होता है क्या ?
जो किसी अनदेखे के पाँव मे सिर झुक लेता है?
उसके अपने घर की एक दीवार की झीरी से बस यही जन्नत देखी थी .....
ओर उसी झीरी के नाफ़ ए प्याले से उसके पाँव की लज़्ज़त लेता रहा....आब ए हयात पीता रहा...
पैत्याने मे सिरहाने सा सुकून उसने ही तलाशा था... ..!
डॉ शाइस्ता इरशाद
सांस लेते घुंघरू और पांव ऐसा भी होता है क्या
ReplyDeleteजिंदाबाद
Bahut khubsurat...👌👌
ReplyDeleteवाह.. बहुत खूबसूरत।
ReplyDelete