Wednesday, April 29, 2020



~~मुस्कुराएगी~~

उनका हाल भी पूछ लिया...
और अनकहा भी चख लिया..
पी कर खामोशियाँ 
दो घूँट भर क रख लिया,
की जब पराए शोर मे 
रात को चूमती ,
सहमी सी 
एक भोर मे,
कोई याद आएगा 
उलफत ए शिद्दत को 
थोड़ा सा आज़माएगा ,
वो घूँट खोल के
एक बूँद की नमी 
उम्मीद के काशकोल से 
प्यास भिगो जाएगी 
रात ठहरी है कब
ये भी तो गुज़र जाएगी ..,
फिर से सुबह हम दोनो की 
हालत ए दर्याफ़्त पर
दिल खोल क मुस्कुराएगी !

Dr Shaista Irshad

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